देश के स्वतंत्र अस्तित्व की मैं समीक्षा करता हूँ , अपनी मातृभूमि पर मैं जी-जान से मरता हूँ। कोई दीवानगी की हद है, जिसे मैं पार नहीं करता हूँ? मैं भारतीय हूँ, मैं भारत हूँ, मैं अभिव्यक्ति हूँ, मन में मैं यही सोच कर खुश रहता हूँ। मुझमें भारत सांस लेता है, मैं भारत से हूँ। …
Continue reading “हमें ख़ुशी है कि हम भारतीय हैं, हम गणतंत्र हैं और रहेंगे!”